Thursday 27 March 2014

NonVeg Jokes

Chota kid apni pant kholkr Gf se... 

Chota kid apni pant kholkr Gf se-tere pas h kya aisa wala?

Ldki-apni skirt kholi aur muskurte hue kaha Maa ne kaha h aisa wala h to waisa wala boht milega

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Best Reply Given by a true Friend

Best Reply Given by a true Friend when asked to Pay the bill of Canteen...

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Lauda Le Le Bhosdike

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Papa jab aap chote the tab dadaji aapko marte the.

Beta -Papa jab aap chote the tab dadaji aapko marte the.

Papa -ha

Beta -toh ye khandani dadagiri  kab band hogi.

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SIX ya SEX:

SIX ya SEX:
Utha k Maro to SIX
Leta k Maro to SEX
Bahar Gaya to SIX
Ander Gaya to SEX
Dono Hath Upar to SIX
Dono Pair Upar to SEX
Enjoy 'IPL' with ' I-pill.

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Dheere-Dheere' Karo Sanam

Call Girl Ne Arz kiya:

'Dheere-Dheere' Karo Sanam,
Mandi Ka Zamana Hain.IsS Chhoti Si JAGAH Se Zindagi Bhar Kamana Hai"

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Sab 1-1 doha sunao

Sir 2 stud- Sab 1-1 doha sunao,
Pappu pahle tum sunao..

Pappu- Chidiya bathi ped pe,
Usne diya mut, Pintu ki ma ki chut..

Sir- Sabaas very gud,
Ab pintu tum sunao..

Pintu- Kabutar baitha neem par usne diya mut,
Pappu ki ma ka bhosada
Or master ki ma ki chut... :-)
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Ek ladki ne jor se kaha

Ek ladki ne jor se kaha
Abdul teri maa ka bhosda, madarchod...
Paas khade sadhu ne kaha beti aisa nahi bolte hai, kya baat hui.
Ladki boli-usne mere boobs dabaye.
Baba ne boobs dabakar kaha - aise dabaye..
Ladki - haa baba, phir usne mere kapde khole.
Baba ne uske kapde kholkar bole -aise.
Ladki - haa baba
Baba - is par gali dena shobha nahi deta.
Ladki - phir usne mujhe litakar chod diya.
Baba ne chodkar bole aise choda.
Ladki - haa baba
Baba - isme bhi gali dena shobha nahi deta.
Ladki - baba usne chodne ke bad bataya ki use aids hai.
Baba :- abdul madarchod..... Teri maa ka bhosda...
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A very Clean Poem

A very Clean Poem::

Vo soti rahi main karta raha,
Intzaar us ke jawab ka;

Abhi uske haath me rakha hi tha ke choot gaya,
phool gulab ka;

Usne kaha piche se nahin aage se karo,
deedar mere husn-e-shabbab ka;

Usne kaha bada maja aata hain jab andar jata hai,
kano me ek ek lafz tere pyar ka..
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Santa ki sadi hui suhag rat ke waqt

Santa ki sadi hui suhag rat ke waqt wo apni bibi ko piche se karne laga

bibi-suniye ji aage se karte hai.

Santa-tumhe kaise pata.

Bibi-jab me colledge me thi mujhe gunde utha kar le gaye the unho ne aage se kiya tha.

Santa-sale ye gunde bahut confuse karte hai jab mujhe le gaye the piche se kiya tha.
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Chor ne dhudhwale ko nanga karke ped se bandh

Chor ne dhudhwale ko nanga karke ped se bandh dia aur usko sari bhainse le gya...

Subah logo ne use khola to usne bhains ke bachde ko khub mara..?

Logo ne kaha is bejuban ko kyun mar rahe ho..

Dudhwala- ye bhenchod 4 mahine ka hogya ha par gandu ko 'than' aur 'lund' me fark nahi malum.
Maa chod di raat bar chuus chuus ke.
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Beta, hamesha apne se badi ko Maa

Baba Ramdev: Beta, hamesha apne se badi ko Maa, chhoti ko beti aur barabar wali ko behen samjho.
Santa: Baba fir ye ghanta tum rakh lo,
Baba Ramdev: Kyo Beta
Santa: jadi-buti kutne k kaam aayega
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GAZAL-E-SEX

Mai teri baahon me aana chahti hu...
Apne honth tere honthon se milana chahti hu...

Apne gore tan se utaar k sab kapde,
Mai tere bistar ko sajana chahti hu..

Tuje apne bobo ka nazara Dikha k,
Unhe tere haathon se dabwana chahti hu...

Apni dono tangon ko thora sa khol k, Apni mast chut Dikhana chahti hu..

Meri chut ko sehlana tum apni zuban se, Aaj is ka lutf Bhi mai uthana chati hu..

muje tum bistar pe lejakar ragar dalo...
QyuKi aaj mai
Sirf chudwana chati hu...
chudwana chahti hu... chudwana chahti hu...




आंवले के प्रयोग

"बिस्तर पर पेशाब करना : -* 10 ग्राम आंवला और 10 ग्राम काला जीरा लेकर पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में 10 ग्राम मिश्री पीसकर मिला लें। यह 2-2 ग्राम चूर्ण रोजाना पानी के साथ खाने से बच्चे का बिस्तर में पेशाब करना बंद हो जाता है।
* आंवले को बहुत अच्छी तरह से बारीक पीसकर कपड़े में छानकर चूर्ण बना लें। यह 3-3 ग्राम चूर्ण रोजाना शहद में मिलाकर बच्चों को सुबह और शाम चटाने से बच्चे बिस्तर में पेशाब करना बंद कर देते हैं।
* आंवले का चूर्ण और काला जीरा बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। तैयार चूर्ण की आधी मात्रा में मिश्री मिलाकर, 1-1 चम्मच दिन में 3 बार, 1 हफ्ते तक नियमित रूप से खिलाएं।
योनिकंद : -आंवले की गुठली, बायविंडग, हल्दी, रसौत और कायफल को पीसकर चूर्ण बनाकर शहद में मिलाकर योनि में रख लें, फिर त्रिफले के काढ़े में शहद डालकर योनि को धोने से योनि कंद की बीमारी समाप्त हो जाती है।
"भ्रम रोग : -* लगभग 3-3 ग्राम की मात्रा में आंवला, हरड़, बहेड़ा को लेकर बारीक पीसकर और छानकर रात को 3 ग्राम शहद के साथ चाटें और सुबह 3 ग्राम अदरक के रस और 6 ग्राम गुड़ के साथ मिलाकर खाने से भ्रम रोग खत्म हो जाता है।
* लगभग 6 ग्राम आंवले और इतनी ही मात्रा में धनिये को कुचलकर रात में पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इसके मैल को छानकर इसमें 20 ग्राम मिश्री मिलाकर रोजाना पीने से पित्त के कारण पैदा होने वाला भ्रम रोग दूर हो जाता है।
* आंवले का शर्बत रोजाना सुबह और शाम को रोगी को देने से पित्त द्वारा होने वाला भ्रम का रोग खत्म हो जाता है।
"पेशाब का अधिक आना (बहुमूत्र) : -* लगभग 3.5 ग्राम आंवला के फूल या पंचांग (जड़, तना, पत्ती, फल और फूल) का चूर्ण खाने से पेशाब के साथ-साथ ज्यादा पेशाब में ज्यादा मीठा आने का रोग समाप्त हो जाता है।
* आंवले के रस में 6 ग्राम शहद मिलाकर पीने से बहुमूत्र रोग (बार-बार पेशाब आना) मिट जाता है।
"मूत्र (पेशाब) की बीमारी : -* 2 चम्मच आंवले का रस और 1 कप पानी, दोनों को मिलाकर एक सप्ताह तक सुबह के समय खायें।
* एक चम्मच आंवले का रस और 1 गिलास गन्ने का रस, दोनों को मिलाकर खाने से पेशाब खुल जाता है।
"योनि रोग : -* आंवले को निचोड़कर 20 ग्राम रस में खांड मिलाकर खाली पेट सुबह के समय 7 दिनों तक लगातार पीने से योनि में बदबू आना बंद हो जाता है।
* आंवले के रस को थोड़ी-सी मात्रा में लेकर प्रतिदिन स्त्री को पिलाने से योनि में होनी वाली जलन समाप्त हो जाती है।
* आंवले के रस में खांड को मिलाकर सेवन करने से योनि में होने वाली जलन शांत हो जाती है।
* आंवलों के रस में चीनी मिलाकर प्रतिदिन पीने से योनि की जलन और पीड़ा नष्ट हो जाती है।
"अपरस (चर्म) के रोग में : -4 ग्राम सूखे आंवले का चूर्ण और 2 ग्राम हल्दी का चूर्ण थोड़े दिनों तक पानी के दूध के साथ रोजाना दो बार पीने से खून साफ हो जाता है और त्वचा के दूसरे रोग खाज-खुजली आदि दूर होते हैं।
"दिल की धड़कन : -* आंवले का चूर्ण आधा चम्मच लेकर उसमें थोड़ी-सी मिश्री का चूर्ण मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें।
* आंवले का मुरब्बा या शर्बत दिल की तेज धड़कन को सामान्य बनाता है।
खूबसूरत दिखना : -आंवले को पीसकर पानी में भिगोकर चेहरे पर उबटन की तरह मलने से चेहरे की खूबसूरती बढ़ती है।
उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) : -* आंवले का मुरब्बा खाने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) में लाभ होता है। एक-एक आंवला सुबह और शाम खाएं।
* आंवले का चूर्ण एक चम्मच, गिलोय का चूर्ण आधा चम्मच तथा दो चुटकी सोंठ। तीनों को मिलाकर गर्म पानी से सेवन करें।
* आंवले का चूर्ण एक चम्मच, सर्पगंधा तीन ग्राम, गिलोय का चूर्ण एक चम्मच। तीनों को मिलाकर दो खुराक करें और सुबह-शाम इसका इस्तेमाल करें।
* आंवले को खाते रहने से अचानक हृदयगति रुकने की सम्भावना नहीं रहती और न ही उच्च रक्तचाप का रोग होता है।
"हृदय की निर्बलता (कमजोरी : -* आधा भोजन करने के बाद हरे आंवलों का रस 35 ग्राम, आधा गिलास पानी में मिलाकर पी लें, फिर आधा भोजन करें। इस प्रकार 21 दिन सेवन करने से हृदय तथा मस्तिष्क की दुर्बलता दूर होकर स्वास्थ्य सुधर जाता है।
* आंवले का मुरब्बा खाकर प्रतिदिन दूध पीने से शारीरिक शक्ति विकसित होने से हृदय की निर्बलता नष्ट होती है।
* आंवले का 3 ग्राम चूर्ण रात्रि के समय 250 ग्राम दूध के साथ सेवन करने से हृदय की निर्बलता नष्ट होती है।
* सूखा आंवला तथा मिश्री 50-50 ग्राम मिलाकर खूब कूट-पीस लें। छ: ग्राम औषधि प्रतिदिन एक बार पानी के साथ लेने से कुछ दिनों में हृदय की धड़कन तथा अन्य रोग सामान्य हो जाते हैं।
घबराहट या बेचैनी : -10 ग्राम आंवले के चूर्ण को इतनी ही मात्रा में मिश्री के साथ सुबह और शाम खाने से घबराहट दूर हो जाती है।
त्वचा (चर्म) रोग : -* 3 चम्मच पिसे हुए आंवले के रस को रात में एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उस पानी को छानकर उसमें 4 चम्मच शहद मिलाकर पीने से चमड़ी के सारे रोग दूर हो जाते हैं।
* आंवले के रस में शहद मिलाकर पीने से सभी तरह के चमड़ी के रोगों में लाभ होता है।
* आंवले का रस, कालीमिर्च और गंधक को बराबर की मात्रा में लेकर उसमें दो गुना घी मिला लें और चमड़ी पर लगायें। उसके बाद हल्की धूप में बैठे। इससे खुजली ठीक हो जाती है।
हदय रोग : -* दिल में दर्द शुरू होने पर आंवले के मुरब्बे में तीन-चार बूंद अमृतधारा सेवन करें।
* भोजन करने के बाद हरे आंवले का रस 25-30 ग्राम रस ताजे पानी में मिलाकर सेवन करें।
* एक चम्मच सूखे आंवले का चूर्ण फांककर ऊपर से लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग दूध पी लें।
* आंवले में विटामिन-सी अधिक है। इसके मुरब्बे में अण्डे से भी अधिक शक्ति है। यह अत्यधिक शक्ति एवं सौन्दर्यवर्द्धक है। आंवले के नियमित सेवन से हृदय की धड़कन, नींद का न आना तथा रक्तचाप आदि रोग ठीक हो जाते हैं। रोज एक मुरब्बा गाय के दूध के साथ लेने से हृदय रोग दूर रहता है। हरे आंवलों का रस शहद के साथ, आंवलों की चटनी, सूखे आंवला की फंकी या मिश्री के साथ लेने से सभी हृदय रोग ठीक होते हैं।
* सूखा आंवला और मिश्री समान भाग पीस लें। इसकी एक चाय की चम्मच की फंकी रोजाना पानी से लेने से हृदय के सारे रोग दूर हो जाते हैं।
* आंवले का मुरब्बा दूध से लेने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है व किसी भी प्रकार के हृदय-विकार नहीं होते हैं।
"
निम्न रक्तचाप (लो ब्लड प्रेशर) : -* आंवलों के 20 ग्राम रस में 10 ग्राम मधु मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से निम्न रक्तचाप में बहुत लाभ होता है।
* आंवले या सेब का मुरब्बा प्रतिदिन खाने से कुछ सप्ताह में लाभ होने लगता है।
क्रोध : -एक से दो की संख्या में आंवले का मुरब्बा रोजाना खाने से जलन, चक्कर के साथ साथ क्रोध भी दूर हो जाता है।
पीलिया (पांडु) का रोग : -* 10 ग्राम हरे आंवले के रस में थोड़ा-सा गन्ने का रस मिलाकर सेवन करें। जब तक पीलिया का रोग खत्त्म न हो जाए, तब तक उसे बराबर मात्रा में पीते रहें।
* हरे आंवले का रस शहद के साथ कुछ दिनों तक सेवन करने से लाभ होता है।
* छाछ के साथ आंवले का चूर्ण 1 चम्मच दिन में 3 बार रोजाना सेवन करें।
* आंवले और गन्ने का ताजा निकाला हुआ रस आधा-आधा कप और 2 चम्मच शहद सुबह-शाम लगातार पीने से 2-3 महीने में पीलिया रोग दूर हो जाता है। इससे जीर्ण ज्वर या अन्य कारणों से उत्पन्न हुआ पांडु रोग (पीलिया) भी समाप्त हो जाता है।
* लगभग 3 ग्राम चित्रक के चूर्ण को आंवलो के रस की 3-4 भावना देकर गाय के घी के साथ रात में चाटने से पीलिया रोग दूर होता है।
* आंवले का अर्क (रस) पिलाने से कामला रोग में लाभ होता है।
* लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग लौह भस्म के साथ 1-2 आंवले का सेवन करने से कामला, पांडु और खून की कमी आदि रोगों में अत्यंत लाभ होता है।
कुष्ठ (कोढ़) : -* 10-10 ग्राम कत्था और आंवला को लेकर काढ़ा बना लें। काढ़ा के पक जाने पर उसमें 10 ग्राम बाबची के बीजों का चूर्ण शहद के साथ मिलाकर रोजाना पीने से सफेद कोढ़ भी कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है।
* कत्थे की छाल, आंवला और बावची का काढ़ा बनाकर पीने से सफेद कोढ़ ठीक हो जाता है।
* 1 चम्मच आंवले के चूर्ण की सुबह, शाम फंकी लें।
* आंवला के रस को सनाय के साथ मिलाकर खाने से कोढ़ ठीक हो जाता है।
* खैर की छाल और आंवला के काढ़े में बाबची का चूर्ण मिलाकर पीने से सफेद कोढ़´ ठीक हो जाता है।
* आंवले और नीम के पत्ते को समान मात्रा में लेकर महीन चूर्ण कर रख लें, इसे 2 से 6 ग्राम तक या 10 ग्राम तक रोजाना सुबह-सुबह शहद के साथ चाटने से भयंकर गलित कुष्ठ में भी शीघ्र लाभ होता है।
"विसर्प (फुंसियों का दल बनना) : -* अनन्नास का गूदा निकालकर फुंसियों पर लगाने से फुंसिया ठीक हो जाती हैं। इसका रस रोजाना पीने से शरीर की बीमार कोशिकाएं ठीक हो जाती हैं।
* आंवले के 10-20 ग्राम रस में 10 ग्राम घी मिलाकर दिन में 2-3 बार पिलाने से विसर्प में राहत मिलती है।
* आंवला, बहेड़ा, हरड़, पद्याख, खस, लाजवन्ती, कनेर की जड़, जवासा, और नरसल की जड़ को पीसकर मिलाकर लेप की तरह से लगाने से कफज के कारण होने वाला विसर्प नाम का रोग ठीक हो जाता है।
खसरा : -* नागरमोथा, धनिया, गिलोय, खस और आंवला को बराबर मात्रा में लेकर और पीसकर बारीक चूर्ण बना लें। 5 ग्राम चूर्ण 300 ग्राम पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े को छानकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में बच्चे को पिलाने से खसरा में बहुत आराम आता है।
* खसरा निकलने के बाद शरीर में जलन या खुजली हो तो सूखे आंवलों को पानी में उबालकर ठंडा होने के बाद इससे शरीर को रोजाना साफ करें। इससे खसरे की खुजली और जलन दूर होती है।
सिर में दर्द : -* लगभग 5 ग्राम आंवला और 10 ग्राम धनिये को मिलाकर कूटकर रात को किसी मिट्टी के बर्तन में 200 ग्राम पानी में मिलाकर रख दें। सुबह इस मिश्रण को कपड़े द्वारा छानकर पीने से गर्मी के दिनों में धूप में घूमने के कारण होने वाला सिर दर्द खत्म हो जाता है।
* आंवले का शर्बत पीने से गर्मी के कारण होने वाला सिर का दर्द ठीक हो जाता है।
* आंवले के पानी से सिर की मालिश करने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।
सफेद दाग : -20-20 ग्राम खादिरसार (कत्था) और आंवला को लेकर 400 ग्राम पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े में 5 ग्राम बावची का चूर्ण मिलाकर खाने से श्वेत कुष्ठ (सफेद दाग) ठीक हो जाता है।
बच्चों का फोड़ा : -आंवलों की राख घी में मिलाकर लेप करने से बच्चों को होने वाला `फोड़ा´ ठीक हो जाता है।
चेहरे की सुंदरता : -रोजाना सुबह और शाम चेहरे पर किसी भी तेल की मालिश कर लें। रात को 1 कांच का गिलास पानी से भरकर उसमें दो चम्मच पिसा हुआ आंवला भिगो दें और सुबह उस पानी को छानकर चेहरे को रोजाना इस पानी से धोंयें। इससे चेहरे की झुर्रिया (चेहरे की सिलवटें) और झांइयां दूर हो जाती हैं।
त्वचा का प्रसाधन : -आंवले के मुरब्बा का रोजाना दो से तीन बार सेवन करने से त्वचा का रंग निखरता है।
याददास्त कमजोर होना : -* रोजाना सुबह आंवले के मुरब्बे का सेवन करने से याददास्त मजबूत होती है और बढ़ती भी है।
* लगभग 30 ग्राम आंवले के रस को भोजन करते समय भोजन के बीच में ही पानी में मिलाकर पीयें, और इसके बाद फिर अपना भोजन पेट भर कर खायें। ऐसा लगभग 21 दिन तक करने से हृदय की कमजोरी के साथ ही साथ दिमाग की कमजोरी भी दूर हो जाती है, और शरीर भी हष्टपुष्ट बना रहता है।
बच्चों के रोग : -अगर बच्चे के शरीर पर फुन्सियां हो, तो रेवन्दचीनी की लकड़ी को पानी में घिसकर लेप करें। अगर फोड़ा हो, तो आंवले की राख को घी में मिलाकर लेप करें। अगर फोड़े-फुन्सी बहुत हो तो आंवलों को दही में भिगोकर लगायें या नीम की छाल (खाल) पानी में घिस कर लगायें।
कण्ठमाला के रोग में : -सर्पगन्धा, आंवला, आशकंद और अर्जुन की छाल को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को 2-2 ग्राम दिन में सुबह और शाम सेवन करने से गलगण्ड (गले की गांठें) ठीक हो जाता है।
शरीर को शक्तिशाली और ताकतवर बनाना : -* लगभग 10 ग्राम की मात्रा में हरे आंवला और लगभग इतनी ही मात्रा में शहद लेकर इनको मिलाकर एक साथ खाने से मनुष्य के वीर्य बल में वृद्धि होती है। आंवलों के मौसम में इसका सेवन रोजाना सुबह के समय करें। इसका सेवन लगभग 1 से 2 महीने तक करना चाहिए।
* बराबर मात्रा में आंवले का चूर्ण, गिलोय का रस, सफेद मूसली का चूर्ण, गोखरू का चूर्ण, तालमखाना का चूर्ण, अश्वगंधा का चूर्ण, शतावरी का चूर्ण, कौंच के बीजों का चूर्ण और मिश्री का चूर्ण लेकर इनका मिश्रण बना लें। अब इस मिश्रण को रोजाना सुबह और शाम को लगभग 10 से 15 ग्राम की मात्रा में फांककर ऊपर से हल्का गर्म दूध पीने से मनुष्य के संभोग करने की शक्ति का विकास होता है। इसको लगातार 3 या 4 महीने तक फायदा होने तक खाना चाहिए।"
श्लेश्म पित्त : -लगभग 10 ग्राम आंवला लेकर उसको रात को सोते समय पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उठकर इनको मसलकर छान लें। अब इस जल में मिश्री और जीरे के चूर्ण को मिलाकर पीने से सभी प्रकार के पित्त रोग ठीक हो जाते
गले के रोग : -* सूखे आंवले के चूर्ण को गाय के दूध में मिलाकर पीने से स्वरभेद (गले का बैठ जाना) ठीक हो जाता है।
* आंवले के पत्तों का काढ़ा बनाकर गरारे करने से गले के कई सारे रोग दूर हो जाते हैं।

Friday 21 March 2014

जूतों और पाँव के तालुओं से आने वाली गंध दूर करने का देसी उपाय

जूतों और पाँव के तालुओं से आने वाली गंध दूर करने का देसी उपाय 

सन्तरे के छिल्कों के फेंके नहीं, रात में इन्हें दुर्गन्ध मार रहे जूतों के अंदर रख दें, अगली सुबह इन छिलकों को फेंक दें, जूतों से दुर्गन्ध दूर हो जाएगी। जिनके पाँवों के तालुओं से गंध आती है उसे दूर करने का देसी उपाय भी जान लीजिए..चाय बनाकर चायपत्तियों को छानने के बाद फ़ेंकें नहीं। दिन भर में जितने बार भी चाय बने, पत्तियों को छानकर एकत्र करलें, रात सोने से पहले सारी चायपत्ती को बडे बर्तन में उबालें और जब यह गुनगुना हो जाए तो अपने तालुओं को इस पानी में करीब २० मिनिट तक डुबोकर रखें। जो घर में चाय नहीं पीते वे चायपत्ती (२० ग्राम, करीब ५ चम्मच) लेकर १ लीटर पानी में १० मिनिट उबालकर इसे तैयार कर सकते हैं। ऐसा सप्ताह में सिर्फ एक बार ही करें, एक महीने में समस्या से हमेशा का छुटकारा मिल जाएगा। चाय में टैनिक एसिड पाया जाता है जो कि पसीना रोकने में सक्षम होता है और इसमें त्वचा की कोशिकाओं को ड्राय करने का गुण होता है साथ ही दुर्गंधकारक सूक्ष्मजीवों को मार भी गिराता है।

गर्मियां आ रही हैं जरा इसपर भी विचार किजियेगा ....

फ़िल्मी सितारों और क्रिकेटरों की शकल देखकर कोल्डड्रिंक ज़हर पीने से अच्छा है की आप किसी गरीब की शकल देखकर लस्सी, जलजीरा, गन्ने का रस, नीम्बू पानी, नारियल पानी, फलों का रस आदि पीयें ....

माना उस गरीब का चेहरा कोल्ड ड्रिंक वाले सितारे या क्रिकेटर जैसा नहीं होगा पर इस बात की गारंटी है की वो आपको उस सितारे द्वारा बेचे जा रहे उत्पाद जैसे आपके स्वास्थ्य और देश की अर्थव्यवस्था को नुक्सान नहीं करेगा ..

आधा सिरदर्द है तो इन्हें ट्राय करें

आधा सिरदर्द है तो इन्हें ट्राय करें -------------
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- अंगूर का रस एक कप रोज सुबह सूर्य निकलने से पहले पीने से आधे सिर का दर्द ठीक हो जाता है।

- सिर का दर्द सूर्य उदय के साथ घटता-बढ़ता हो तो सूर्योदय के पहले गर्म दूध के साथ जलेबी या रबड़ी खाएं।

- आधा चम्मच नमक, आधा चम्मच शहद में मिलाकर खाएं लाभ होगा।

- नाक में 8 बूंद सरसों का तेल डालकर सूंघने से आधे सिर का दर्द शीघ्र बंद हो जाता है।

- आधे सिर का दर्द सूर्य के साथ घटे-बढ़े तो 12 ग्राम गुड़ को 6 ग्राम देशी घी के साथ खाएं।

- 12 ग्राम कालीमिर्च चबा कर खाएं ऊपर से देशी घी पीएं।

- तुलसी के पत्तों का रस और शहद के साथ सुबह चाटने से लाभ होगा।

केन्सर का इलाज : -

रीत : -
सुबह मे १ कप देशी गौ माता का गौमूत्र ( गौमूत्र अगर काले रंग की गौमाता का हो तो सबसे अच्छा ) + १ चम्मच हरी हल्दी का रस अथवा पीसी हुयी हल्दी का पाउडर + १ चम्मच पुनर्नवा के मूल का चूर्ण

ऊपर बताई तीनों चीजों का मिश्रण करके अच्छी तरह पकाए और फिर उसे ठंडा होने दे उसके बाद छान कर मरीज को सुबह खाली पेट पिलाये........

पौने घंटे के बाद

१ कप गेहूं के जवारे का रस + १ चम्मच हरी ताजी नीम की गिलोय का रस + १ चम्मच तुलसी का रस

ऊपर बताई तीनों चीजों का मिश्रण करके हररोज सुबह खाली पेट मरीज को दीजिये .....

ध्यान मे रखने वाली बात : - मरीज को चाय, तंबाकू, बीड़ी, वेफ़र, तली हुयी चीजों का प्रयोग बिलकुल बंध करना चाहिए । मरीज को हरी सब्जी ज्यादा से ज्यादा देनी चाहिए ।

आर्थराइटिस और सभी तरह के joint pain का इलाज !

जो मित्र पूरी post नहीं पढ़ सकते यहाँ click कर देखें !
http://www.youtube.com/watch?v=B0RX7alIatw
१. दोनों तरह के आर्थराइटिस (Osteoarthritis और Rheumatoid arthritis) मे आप एक दावा का प्रयोग करे जिसका नाम है चुना, वोही चुना जो आप पान मे खाते हो | गेहूं के दाने के बराबर चुना रोज सुबह खाली पेट एक कप दही मे मिलाके खाना चाहिए, नही तो दाल मे मिलाके, नही तो पानी मे मिलाके पीना लगातार तिन महीने तक, तो आर्थराइटिस ठीक हो जाती है | ध्यान रहे पानी पिने के समय हमेशा बैठ के पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा | अगर आपके हात या पैर के हड्डी मे खट खट आवाज आती हो तो वो भी चुने से ठीक हो जायेगा |
२. दोनों तरह के आर्थराइटिस के लिए और एक अछि दावा है मेथी का दाना | एक छोटा चम्मच मेथी का दाना एक काच की गिलास मे गरम पानी लेके उसमे डालना, फिर उसको रात भर भिगोके रखना | सबेरे उठके पानी सिप सिप करके पीना और मेथी का दाना चबाके खाना | तिन महीने तक लेने से आर्थराइटिस ठीक हो जाती है | ध्यान रहे पानी पिने के समय हमेशा बैठ के पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा |
३. ऐसे आर्थराइटिस के मरीज जो पूरी तरह बिस्तर पकड़ जुके है, चाल्लिस साल से तकलीफ है या तिस साल से तकलीफ है, कोई कहेगा बीस साल से तकलीफ है, और ऐसी हालत हो सकती है के वे दो कदम भी न चल सके, हात भी नही हिला सकते है, लेटे रहते है बेड पे, करवट भी नही बदल सकते ऐसी अवस्था हो गयी है .... ऐसे रोगियों के लिए एक बहुत अछि औषधि है जो इसीके लिए काम आती है | एक पेड़ होता है उसे हिंदी में हरसिंगार कहते है, संस्कृत पे पारिजात कहते है, बंगला में शिउली कहते है , उस पेड़ पर छोटे छोटे सफ़ेद फूल आते है, और फुल की डंडी नारंगी रंग की होती है, और उसमे खुसबू बहुत आती है, रात को फूल खिलते है और सुबह जमीन में गिर जाते है । इस पेड़ के छह सात पत्ते तोड़ के पत्थर में पिस के चटनी बनाइये और एक ग्लास पानी में इतना गरम करो के पानी आधा हो जाये फिर इसको ठंडा करके रोज सुबह खाली पेट पिलाना है जिसको भी बीस तिस चाल्लिस साल पुराना आर्थराइटिस हो या जोड़ो का दर्द हो | यह उन सबके लिए अमृत की तरह काम करेगा | इसको तिन महिना लगातार देना है अगर पूरी तरह ठीक नही हुआ तो फिर 10-15 दिन का गैप देके फिर से तिन महीने देना है | अधिकतम केसेस मे जादा से जादा एक से देड महीने मे रोगी ठीक हो जाते है | इसको हर रोज नया बनाके पीना है | ये औषधि Exclusive है और बहुत strong औषधि है इसलिए अकेली हि देना चाहिये, इसके साथ कोई भी दूसरी दावा न दे नही तो तकलीफ होगी | ध्यान रहे पानी पिने के समय हमेशा बैठ के पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा |
बुखार का दर्द का उपचार :
डेंगू जैसे बुखार मे शरीर मे बहुत दर्द होता है .. बुखार चला जाता है पर कई बार दर्द नही जाता | ऐसे केसेस मे आप हरसिंगार की पत्ते की काड़ा इस्तेमाल करे, 10-15 दिन मे ठीक हो जायेगा |
घुटने मत बदलिए :
RA Factor जिनका प्रोब्लेमाटिक है और डॉक्टर कहता है के इसके ठीक होने का कोई चांस नही है | कई बार कार्टिलेज पूरी तरह से ख़तम हो जाती है और डॉक्टर कहते है के अब कोई चांस नही है Knee Joints आपको replace करने हि पड़ेंगे, Hip joints आपको replace करने हि पड़ेंगे | तो जिनके घुटने निकाल के नया लगाने की नौबत आ गयी हो, Hip joints निकालके नया लगाना पड़ रहा हो उन सबके लिए यह औषधि है जिसका नाम है हरसिंगार का काड़ा |
राजीव भाई का कहना है के आप कभी भी Knee Joints को और Hip joints को replace मत कराइए | चाहे कितना भी अच्छा डॉक्टर आये और कितना भी बड़ा गारंटी दे पर कभी भी मत करिये | भगवान की जो बनाई हुई है आपको कोई भी दोबारा बनाके नही दे सकता | आपके पास जो है उसिको repair करके काम चलाइए | हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री अटलजी ने यह प्रयास किया था, Knee Joints का replace हुआ अमेरिका के एक बहुत बड़े डॉक्टर ने किया पर आज उनकी तकलीफ पहले से जादा है | पहले तो थोडा बहुत चल लेते थे अब चलना बिलकुल बंध हो गया है कुर्सी पे ले जाना पड़ता है | आप सोचिये जब प्रधानमंत्री के साथ यह हो सकता है आप तो आम आदमी है |